योगरूढ़

योगरूढ़ 
योगरूढ़ शब्द की विशेषताएँ-
1. ये शब्द दो शब्दों के मेल से बने होते हैं। अतः ये  योगिक होते हैं।  
2. किन्तु इनका विशेष अर्थ होता है। इनके शब्द खण्ड का अर्थ प्रचलित  नहीं होता।  

योगरूढ़ शब्द की परिभाषा - 
वे शब्द जो योगिक हैं किन्तु जिनका विशेष अर्थ होता है अर्थात किसी विशेष अर्थ के लिए रूढ़ हो जाते  हैं, योगरूढ़ शब्द कहलाते हैं। जैसे - जलज { कमल के लिए }, दशानन { रावण के लिए }, नीलकंठ { भगवान शंकर के लिए } आदि।  

विशेष- बहुब्रीहि  समास  के सभी उदाहरण योगरूढ़ शब्द के भी उदाहरण  हैं।     

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